वर्तमान में भारत सरकार स्मार्ट शहरों की ओर ध्यान केन्द्रित कर रही है और इसके कार्यान्वयन के लिए प्रौद्योगिकी समाधानों को सक्षम कर रही है। कुछ प्रमुख घटकों जैसे प्रबंधन प्रणाली, ऊर्जा संरक्षण और हरित ऊर्जा समाधान का निर्माण कर रहे हैं। बाजार की क्षमता बहुत बड़ी है क्योंकि सरकारी सामूहिक आवास योजनाएँ डिजिटल नियंत्रित घरों के कार्यान्वयन की परिकल्पना कर रही हैं। यह प्रणाली उपभोक्ता के लिए अपनी ऊर्जा खपत/बचतों हेतु ऊर्जा कुशल गैजेट्स या स्टार लेबल वाले उपकरणों को मॉनीटर और उनके मूल्यांकन के लिए उपयोगी हो सकती है। प्रणाली की लागत प्रणाली के विन्यास और अनुप्रयोग के आधार पर भिन्न होती है। जैसा कि स्मार्ट शहरों के आवासीय क्षेत्र में घटक के रूप में बड़ी संख्या में इसका उपयोग किया जा सकता है।
सीएसआईआर-केन्द्रीय वैज्ञानिक उपकरण संगठन, चेन्नै ने सीएसआईआर-केन्द्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, रूड़की के सहयोग से IoT आधारित प्रणाली विकसित की जो चरों जैसे ऊर्जा उपयोग, निवासी आराम, ऊर्जा शुल्क, भवन विशेषताओं, और ऐतिहासिक एवं वास्तविक समय डेटा (12 एफवायपी परियोजना के एक भाग के रूप में) पर आधारित भवनों के लिए ऊर्जा प्रोफाइल का निर्माण करती है। विकसित प्लेटफ़ॉर्म, रहने की सुविधा को बनाए रखते हुए, ऊर्जा की खपत और ऊर्जा लागत को अनुकूलित करने के लिए प्रणाली के माध्यम से सुविधा में बदलाव कर सकता है।
बीईएमएस को इन उद्देश्यों को पूरा करने के लिए विकसित किया गया है और एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर के उन्नयन के रूप में आवश्यकतानुसार सुविधाओं को जोड़ने के लिए खुला रखा गया है। एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर को इन-हाउस विकसित किया गया है और ड्राइवरों को व्यावसायिक रूप से उपलब्ध उप प्रणालियों में अंतर करने के लिए विकसित किया गया था। प्रणाली में इनबिल्ट एल्गोरिथ्म एक ऊर्जा मॉडल के आधार पर "चौबीस घंटे" ऊर्जा प्रबंधन इष्टतमीकरण प्रदान करता है, जो कि निवासी आराम से संबंधित मैट्रिक्स को शामिल करते हुए, आंतरिक और बाहरी भवन डेटा का उपयोग करके प्रणाली का निर्माण करता है।