- हमारे बारे में
- प्रदान की गई सेवाएँ
- अनुसंधान गतिविधियाँ
- महत्वपूर्ण विकसित और हस्तांतरित प्रौद्योगिकियाँ
- पुरस्कार
- वैज्ञानिकों
हमारे बारे में
सीएसआईआर-सीरी, पिलानी (राजस्थान)
सीएसआईआर-केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिकी अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-सीरी), पिलानी (राजस्थान) देश का एक प्रमुख संस्थान है और वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर), नई दिल्ली की एक घटक राष्ट्रीय प्रयोगशाला है, जो इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास (आर एंड डी) की उन्नति के लिए भारत सरकार द्वारा वर्ष 1953 में स्थापित किया गया। इसने देश में इलेक्ट्रॉनिक्स और संबद्ध अभियांत्रिकी के विकास में बहुत बड़ा योगदान दिया हैतथा माइक्रोवेव ट्यूब, प्लाज्मा डिवाइस, एमईएमएस और माइक्रोसेंसर, ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस, माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक प्रोसेसिंग और फेब्रिकेशन, वीएलएसआई डिज़ाइन, एलटीसीसी प्रौद्योगिकी, नैनो संरचना, पॉवर इलेक्ट्रॉनिक्स, औद्योगिक प्रक्रिया नियंत्रण, कृषि-इलेक्ट्रॉनिक्स, यंत्रीकरण और अंत:स्थापित प्रणालियों के अनुसंधान एवं विकास क्षेत्र में अत्याधुनिक बुनियादी ढाँचे की स्थापना की तथा अपनी स्थापना के बाद से राष्ट्र की सेवा कर रही है।
प्रयोगशाला की दूरदर्शिता
उच्च सामाजिक और नीतिबद्ध प्रभाव के साथ वैज्ञानिक ज्ञान, अनुसंधान उत्कृष्टता और इलेक्ट्रॉनिक्स में नवीन प्रौद्योगिकी के साथ-साथ संबद्ध विज्ञान और अभियांत्रिकी के लिए विश्व स्तर पर प्रसिद्ध अत्यधिक इच्छित गंतव्य बनाना।
प्रयोगशाला का लक्ष्य
- व्यक्तिगत वैज्ञानिकों की रचनात्मक उत्कृष्टता का समर्थन और पोषण करना।
- मिशन-मोड उद्देश्यों को पूरा करने के लिए उद्देश्यपूर्ण सामूहिक टीम-प्रयास के साथ व्यक्तिगत प्रतिभा को समन्वित करना।
- भारत को रणनीतिक क्षेत्रों में नेतृत्व की भूमिका निभाने में सक्षम बनाने के लिए नवाचार करना।
- नवीन उत्पाद विकास के लिए उद्योग के साथ सहयोग करना।
- इलेक्ट्रॉनिक्स और संबद्ध विज्ञान एवंअभियांत्रिकी के क्षेत्रों में वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी प्रौद्योगिकी का स्रोत बनना।
प्रयोगशाला के अधिदेश
- इलेक्ट्रॉनिक्स और संबद्ध विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्रों में वैज्ञानिक अनुसंधान में उत्कृष्टता।
- समावेशी विकास को बढ़ावा देने के लिए नवीन इलेक्ट्रॉनिक्स और संबद्ध प्रौद्योगिकियों के लिए मिशन-मोड पहल।
- रणनीतिक आवश्यकताओं और औद्योगिक ज़रुरतों के लिए प्रौद्योगिकी वितरण।
- इलेक्ट्रॉनिक्स और संबद्ध अभियांत्रिकी के क्षेत्र में उद्यमिता के लिए विध्वंसकारक नवाचारों को प्रेरित करना।
- बहु-विषयक नवाचार के लिए अन्य सीएसआईआर प्रयोगशालाओं, उद्योगों, अनुसंधान और शैक्षिक संस्थानों के साथ नेटवर्किंग।
- प्रतिभा और जनशक्ति विकास के पोषण के लिए शैक्षिक और वैज्ञानिक खोज।
क्षेत्रीय केन्द्र
सीएसआईआर-सीरी चेन्नै केन्द्र सीएसआईआर-सीरी के तीन क्षेत्रीय केन्द्रों में से एक है जो सीएसआईआर मद्रास कॉम्प्लेक्स, तरमणी, चेन्नै-600 113 में स्थित है। अन्य दो केन्द्रों में से, सीएसआईआर-सीरी दिल्ली केन्द्र A/93-94, नारायण कॉम्प्लेक्स, नारायण औद्योगिक क्षेत्र, नारायण, नई दिल्ली- 110 028 और सीएसआईआर-सीरी जयपुर केन्द्र, उद्भवन-सह-नवाचार केन्द्र CFC-1, मालवीय औद्योगिक क्षेत्र, जयपुर-302 017, राजस्थान में स्थित है।
सीएसआईआर-सीरी केन्द्र, चेन्नै
वर्ष 1974 में स्थापित,सीएसआईआर-सीरी चेन्नै केन्द्र भारतीय प्रक्रिया उद्योगों के स्वचालन के लिए स्वदेशी प्रौद्योगिकियाँ विकसित करने में एक अग्रणी संस्थान है। चेन्नै केन्द्र ने लुगदी एवं कागज, खाद्य, चमड़ा, रसायन और प्लास्टिक उद्योगों के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग करके कई नवीन स्वचालन प्रणाली विकसित की। बाद में, केन्द्र ने मशीन विजन सिस्टम, प्रक्रिया स्वचालन प्रणाली, दृश्यमान और निकट अवरक्त प्रौद्योगिकी, टेराहर्ट्ज़ प्रौद्योगिकी और सामाजिक आवश्यकताओं के लिए नवीकरणीय ऊर्जा संबंधी प्रौद्योगिकियों के विकास में तेजी लाई। सीरी केन्द्र वर्तमान में संकेत विश्लेषणात्मक, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT)के साथ नवीकरणीय ऊर्जा और सीएसआईआर-सीरी के साइबर फिजिकल सिस्टम के व्यापक क्षेत्र के अंतर्गत एकीकृत प्रणालियों में टेराहर्टज़ तथा IoTमें इंटरफेस एवं कौशल विकास कार्यक्रम, मशीन लर्निंग, आदि के क्षेत्रों में प्रमुख गतिविधियों में शामिल है।
- अनुसंधान के महत्व वाले क्षेत्र
- oसंकेत विश्लेषणात्मक
- इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) के साथ नवीकरणीय ऊर्जा और
- एकीकृत प्रणालियों में टेराहर्ट्ज़
- कुछ हाल ही की प्रौद्योगिकीयों का बर्ड आइ व्यू
- प्रौद्योगिकियाँ विकसितऔर हस्तांतरित
- खाद्य प्रसंस्करण उद्योग
- एक्स-रेइमेजिंगआधारितआम छँटाई प्रणाली
- इलेक्ट्रॉनिक वजनी आधारित फल छँटाई प्रणाली
- प्लास्टिक उद्योग
- पॉलीइथिलीन टेराप्थेलेट (पीईटी) सामग्री के पुनर्चक्रण के लिए प्लास्टिक अपशिष्ट छँटाई प्रणाली
- पाँच प्रकार के प्लास्टिक के लिए प्लास्टिक अपशिष्ट छँटाई प्रणाली
- ऑटोमोबाइल उद्योग
- शरीर क्रियात्मक मापदंडों का उपयोग करके मानव थकान का पता लगाने के लिए गणितीय मॉडल
- सुरक्षा और निगरानी
- सामग्री विभेदन के लिए दोहरी ऊर्जा एक्स-रे इमेज विश्लेषण तकनीक
- स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा
- IoT समर्थित सौर वृक्ष
- खाद्य प्रसंस्करण उद्योग
- विकसित प्रौद्योगिकियाँ
- खाद्य प्रसंस्करण उद्योग
- फलों के श्रेणीकरण और छँटाई के लिए स्मार्ट सिस्टम
- वास्तविक समय निरीक्षण और बिस्कुट की छँटाई के लिए स्मार्ट-कैमरा आधारित मशीन विजन सिस्टम
- खाद्य तेल में मुक्त वसीय अम्ल (FFA) की NIRS आधारित ऑन-लाइन मॉनीटरिंग
- रवा पैकेटों में विदेशी वस्तुओं का ऑन-लाइन निरीक्षण और पता लगाने के लिए एक्स-रे इमेजिंग प्रणाली के साथ इमेज प्रोसेसिंगतकनीक
- वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा
- विकेन्द्रीकृत अनुप्रयोगों के लिए सुवाह्य सौर उत्पाद
- खाद्य प्रसंस्करण उद्योग
- प्रौद्योगिकियाँ विकसितऔर हस्तांतरित
प्रदान की गई सेवाएँ
सीएसआईआर-सीरी चेन्नै केन्द्र विभिन्न उद्योगों और शैक्षणिक संस्थानों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए निम्नलिखित सेवाएँ प्रदान करता है:
- सिकुड़न अनुसंधान एवं विकास
- परामर्श कार्य
- तकनीकी सेवाएँ
- प्रशिक्षण
- IoT में कौशल विकास पाठ्यक्रम, मशीन लर्निंग, आदि
सीएसआईआर-सीरी चेन्नै केन्द्र मशीन विजन सिस्टम, प्रक्रिया स्वचालन प्रणाली, दृश्यमान और निकट अवरक्त प्रौद्योगिकियों, टेराहर्ट्ज़ प्रौद्योगिकियों और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) के नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्रों में सामाजिक आवश्यकताओं के लिए नवीकरणीय ऊर्जा संबंधी प्रौद्योगिकियाँ, साइबर फिजिकल सिस्टम के व्यापक क्षेत्र के अंतर्गत एकीकृत प्रणालियों में संकेत विश्लेषणात्मक और टेराहर्टज़ के विकास के लिए सिकुड़न अनुसंधान एवं विकास सेवाएँ प्रदान करता है जिसके लिए विशिष्ट संविदात्मक व्यवस्था के माध्यम से उपर्युक्त उद्देश्यों के लिए सहमति प्रदान की गई है।
सीएसआईआर-सीरी चेन्नै केन्द्र सिकुड़न अनुसंधान एवं विकास कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न उद्योगों के लिए औद्योगिक अनुप्रयोग के अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं के संबंध में पारस्परिक रूप से लाभप्रद संबंध स्थापित करने के लिए दोनों उपयोगकर्ता उद्योगों और उपकरण निर्माण कंपनियों का स्वागत करता है।
परामर्श सेवाओं को केन्द्र के विशेषज्ञता के क्षेत्र में रुचि रखने वाले ग्राहकों के लिए विस्तारित किया जाएगा, अधिमानतः "अनुसंधान के महत्व वाले क्षेत्र" में। परामर्श कार्य की दो श्रेणियाँ है अर्थात् (1) सलाहकार परामर्श कार्य जहाँ सेवाओं में वैज्ञानिक, तकनीकी, अभियांत्रिकी या अन्य पेशेवर सलाह शामिल होगी, जो विशुद्ध रूप से उपलब्ध विशेषज्ञ ज्ञान और कर्मियों के अनुभव के आधार पर एक ग्राहक को सीरी के बाहर प्रदान की जाती है, तथा इसमें प्रयोगशाला की किसी भी सुविधा का उपयोग नहीं किया जाता और किसी भी प्रकार का सर्वेक्षण, विस्तृत अध्ययन या रिपोर्ट तैयार करना / प्रस्तुत करना शामिल नहीं है तथा (2)सामान्य परामर्श कार्य जहाँकेन्द्र के उपलब्ध ज्ञान आधार / विशेषज्ञता के आधार परसेवाओं में वैज्ञानिक, तकनीकी, अभियांत्रिकी, या अन्य पेशेवर सलाह / सहायता उपलब्ध होगी तथा परामर्श कार्य के उद्देश्यों को पूरा करने हेतु आवश्यक प्रयोग के लिए प्रयोगशाला सुविधाओं के केवल न्यूनतम उपयोग की परिकल्पना की गई है।
निम्नलिखित तकनीकी सेवाएँ ग्राहकों को प्रदान की जाएँगी, जो केन्द्र के उपलब्ध ज्ञान, विशेषज्ञता, कौशल और सुविधाओं के आधार पर विभिन्न उपयोगकर्ता उद्योगों और उपकरण निर्माण कम्पनियों के लिए मामूली प्रकृति की सहायता प्रदान करती हैं।
- प्रशिक्षण
- सलाहकार प्रकृति की तकनीकी सहायता
- विशेष उत्पादों का निर्माण
- मरम्मत एवं रखरखाव
- जानकारी / डेटाबेस की आपूर्ति
केन्द्र देश के विभिन्न शैक्षिक संस्थानों के छात्रों को उनके स्नातक अभियांत्रिकी, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट कार्यक्रमों के तहत केंद्र के हित के क्षेत्रों में अल्पकालिक परियोजनाओं / शोध कार्यों के लिए प्रशिक्षण प्रदान करता है, जो केन्द्र की जनशक्ति और स्थान की उपलब्धता के अधीन है।
सीएसआईआर-सीरी चेन्नै केन्द्र इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), मशीन लर्निंग आदि में विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रम/पाठ्यक्रम आयोजित कर रहा है।
अधिक जानकारी के लिए, कृपया संपर्क करें
प्रभारी वैज्ञानिक
सीएसआईआर-सीरी केन्द्र, सीएसआईआर मद्रास कॉम्प्लेक्स, तरमणी, चेन्नै- 600 113
दूरभाष: 91-44-2254 1923/4582/2281/4580, फैक्स: 91-44-2254 1889
ईमेल: sicceeri@csircmc.res.in
अनुसंधान गतिविधियाँ
सीएसआईआर-सीरी चेन्नै केन्द्र की अधिकांश परियोजनाएँ गुणवत्ता वृद्धि, अपव्यय में कमी, ऊर्जा के इष्टतम उपयोग और कच्चे माल में बचत के उद्देश्य से हैं।परियोजनाओं का उद्देश्य हमारे कृषि और बागवानी उत्पादों के मूल्य संवर्धन के अलावा उन्हें निर्यात के योग्य बनाना है। इससे हमारे भारतीय किसानों के राजस्व में वृद्धि होगी और हमारे विनिर्माण क्षेत्र को वैश्विक प्रतिस्पर्धा का सामना करने में सक्षम बनाया जाएगा।लंबे समय में, बढ़े हुए संसाधनों और उत्पादकता से जीवन स्तर बेहतर होगा।
कुछ उद्योगों ने बाहरी प्रायोजकता या परामर्श कार्य के माध्यम से अपने उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार के संभावित समाधान के लिए केन्द्र से संपर्क किया है। कुछ ली गई परियोजनाओं में से, कुछ परियोजनाओं को उद्योगों द्वारा प्राप्त बाह्य वित्त पोषण के साथ पूरा किया गया है। .
वर्तमान में केन्द्र का सीएसआईआर मद्रास कॉम्प्लेक्स के अंदर स्थित दो मंजिला मुख्य भवन है। पहली मंजिल में, अनुसंधान एवं विकास प्रभाग में अनुसंधान एवं विकास बुनियादी सुविधाएँ जैसे सौर ऊर्जा प्रयोगशाला सुविधा, प्रकाशीय प्रयोगशाला सुविधा, निकट अवरक्त (NIR) उपकरण प्रयोगशाला, इमेज प्रोसेसिंग प्रयोगशाला और अंत:स्थापित प्रणाली विकास सुविधा, आदि स्थित हैं। भूतल में,अवसंरचनात्मक सुविधाएँ जैसे कार्यशाला,CAD अनुभाग, आदि और एक प्रशिक्षण हॉल, जो उद्यमियों को प्रशिक्षित करने, व्याख्यान, तकनीकी प्रस्तुतिकरण आयोजित करने, कार्यशालाओं का आयोजन, छात्रों को प्रशिक्षण देने, आदि के लिए किया जाता है, स्थित है। उपर्युक्त के अलावा, अनुसंधान एवं विकास प्रोटोटाइप प्रयोगशाला सुविधा जिसमें 400 वर्ग मीटर के क्षेत्र में निर्मितशेड में कृत्रिम टेराहर्टज़ फोटोनिक्स प्रयोगशाला है, जो सीएसआईआर मद्रास कॉम्प्लेक्स के अंदर सीएसआईआर-सीरी चेन्नै केन्द्र के पास स्थित है। .
केन्द्र ने उन्नत प्रौद्योगिकियों जैसे इमेज प्रोसेसिंग, मशीन विजन, वास्तविक समय इमेजिंग,DSP/FPGA, IR संकेत विश्लेषण एवं यंत्रीकरण, टेराहर्ट्ज़ स्पेक्ट्रोस्कोपी और फोटोनिक्स में प्रायोजक वित्त पोषण के माध्यम से नवीनतम अत्याधुनिक सुविधाओं और अवसंरचना की स्थापना की है।
केन्द्र के पास मशीन विजन / IRसंकेत विश्लेषण और यंत्रीकरण / टेराहर्ट्ज़ स्पेक्ट्रोस्कोपी आधारित सेंसर / गुणवत्ता मूल्यांकन करने के लिए प्रणाली प्रौद्योगिकी का विकास करना / अपव्यय को कम करने में मदद करने का आश्वासन, ऊर्जा के उपयोग को अनुकूलित करने, उत्पादकता वृद्धि,मूल्य संवर्धन और वैश्विक बाजारों में प्रतिस्पर्धा करने की महत्वाकांक्षी योजना है।
केन्द्र की योजना दूध में मिलावट और खाद्य अपमिश्रण के लिए IR रेंज के लिए वर्णक्रमीय प्रौद्योगिकियाँ, बीज अंकुरण और खाद्य तेल की गुणवत्ता के लिए NIR आधारित प्रौद्योगिकियाँ और मिट्टी की गुणवत्ता के लिए मिडIR आधारित प्रौद्योगिकियाँ, खाद्य गुणवत्ता जिसमें दूध शामिल है, को विकसित करने की है।
सुरक्षा और निगरानी प्रौद्योगिकियाँ उन प्रमुख क्षेत्रों में से एक हैं जहाँ प्रौद्योगिकी हस्तक्षेप भारत में महत्वपूर्ण प्रभाव पैदा कर सकता है। वर्तमान में, हमारा देश इस क्षेत्र में आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आयातित प्रौद्योगिकियों पर बहुत अधिक निर्भर करता है।
उदाहरण के लिए, मुद्रा नोटों में उपयोग किए जाने वाले सभी उच्च कूटकरण-विरोधी विशेषताएँ आयातित प्रौद्योगिकियाँ हैं जिनके लिए भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा उच्च प्रीमियम का भुगतान किया जाता है। इसी तरह, हवाई अड्डों में उपयोग किए जाने वाले अधिकांश एक्स-रे बैगेज स्कैनर आयातित सिस्टम हैं।सीएसआईआर-सीरी THzऔर एक्स-रे इमेजिंग प्रौद्योगिकियों में अपनी विशेषज्ञता के साथ विशिष्ट रूप से सुरक्षा और निगरानी अनुप्रयोगों के लिए स्वदेशी तकनीकी समाधान विकसित करने के लिए तैयार है। THzऔर एक्स-रे आधारित सुरक्षा और निगरानी प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए, सीएसआईआर-सीरी विभिन्न संभावित हितधारकों के साथ सहयोग करने की योजना बना रहा है। केन्द्र का लक्ष्य भविष्य में दक्षिण भारत में उद्योगों और संस्थानों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए एक टेराहर्ट्ज़ केन्द्र बनना है।
केन्द्र किफायती मूल्य पर इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के विकास के लिए निजी और सरकारी एजेन्सियों से सिकुड़न अनुसंधान एवं विकास के तहत प्रायोजित, सहयोगी, अनुदान सहायता परियोजनाओं को लेता है। केन्द्र विशेषज्ञता के क्षेत्रों में उद्योगों की विशिष्ट ज़रूरतों को पूरा करने के लिए परामर्शी परियोजनाएँ और तकनीकी सेवाएँ भी प्रदान करता है।
केन्द्र का विभिन्न उद्योगों, शैक्षिक संस्थानों और पेशेवर निकायों के साथ घनिष्ठ संबंध है। केन्द्रचेन्नै में स्थित है, जो दुनिया के बाकी हिस्सों से जुड़ा एक मेट्रो शहर है, जिसमें अधिक उद्योग होने के मामले में फायदे हैं। बेंगलुरु और कोयम्बटूर जैसे आसपास के शहरों से निकटता भी उद्योग के लिए संपर्क और महत्वपूर्ण सेवा उन्मुख क्षेत्रों का पता लगाने हेतु केन्द्र के लिए अच्छे अवसर ला रहा है।
उपरोक्त अनुभव, विशेषज्ञता तथा विभिन्न शैक्षिक संस्थानों और उद्योगों के साथ निकटता को ध्यान में रखते हुए, सीएसआईआर-सीरी चेन्नै केन्द्र प्रौद्योगिकीय समाधान विकसित करने और कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से कुछ महत्वपूर्ण परियोजनाओं को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे समाज के साथ-साथ सीएसआईआर को भी लाभ होगा।
- पूर्ण की गई परियोजनाएँ
- चालू परियोजनाएँ
पर्यावरण और वन मंत्रालय, नई दिल्ली से वित्त पोषण के साथ विभिन्न प्रकार के प्लास्टिक की पहचान करने और अलग करने के लिए एक ऑन-लाइन स्वचालित सॉर्टर विकसित किया गया था।यह पुनर्चक्रण के लिए ठोस प्लास्टिक कचरे के आसान प्रबंधन में मदद करता है। PET सामग्री के पुनर्चक्रण की प्रौद्योगिकी को एक उद्योग में हस्तांतरित किया गया था। पाँच प्रकार के प्लास्टिक के लिए NIR स्पेक्ट्रोस्कोपी आधारित प्लास्टिक अपशिष्ट छँटाई प्रणाली की तकनीकी जानकारी भी एक उद्योग को हस्तांतरित की गई थी।.
आंतरिक विकारों और पर्याक्रमण जैसे बीज घुन और स्पंजी ऊतक तथा और दोषपूर्ण फलों को छाँटने के लिएडीएसटी, नई दिल्ली से प्राप्त वित्त पोषण से नरम एक्स-रे इमेजिंग का उपयोग करते हुए एक ऑन-लाइन आम की छँटाई प्रणाली विकसित की गई थी। यह निर्यात के लिए सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले आमों को छाँटने और विदेशी ग्राहकों द्वारा अस्वीकृति को कम करने में उपयोगी है।‘एक्स-रे इमेजिंग आधारित आम की छँटाई प्रणाली’ पर प्रौद्योगिकी को उद्योग के लिए हस्तांतरित किया गया।.
एनएचबी, गुड़गांव से प्राप्त वित्त पोषण से रंग, आकार और वजन के आधार पर आमों को छाँटने के लिए एक श्रेणीकरण प्रणाली विकसित की गई थी। ‘इलेक्ट्रॉनिक वजन आधारित फल छँटाई प्रणाली’ को उद्योग के लिए हस्तांतरित किया गया।लाइसेंसधारी द्वारा एक इकाई को निर्मित किया गया तथा महाराष्ट्र राज्य कृषि विपणन बोर्ड (MSAMB) को बीड, महाराष्ट्र में आपूर्ति की गई तथा चालू किया गया।.
आईआईसीटी, हैदराबाद और आर्य वैद्य शाला (एवीएस), कोट्टाक्कल के द्वारा संयुक्त रूप से हर्बल पौधों के कच्चे माल के प्रमाणीकरण के लिए कम्प्यूटर सहायता प्राप्त माइक्रोस्कोपिक निरीक्षण प्रणाली विकसित की गई थी तथा एवीएस में स्थापित की गई थी।
डीएसटी, नई दिल्ली और उपयोगकर्ता उद्योग के रूप में कलीसुवरी रिफाइनरीज लिमिटेड, चेन्नै से प्राप्त वित्त पोषण से अवरक्त परावर्तन स्पेक्ट्रा और केमोमेट्रिक तरीकों का उपयोग करके खाद्य तेल की गुणवत्ता के मापदंडों के तेजी से और गैर-विनाशकारी निर्धारण के लिए प्रौद्योगिकी विकसित की गई थी। ‘खाद्य तेल में NIRS आधारित मुक्त वसीय अम्ल (FFA) की ऑन-लाइन मॉनीटरिंग’ तक तकनीकी जानकारी प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के लिए तैयार है।.
डीआईटी, नई दिल्ली से प्राप्त वित्त पोषण तथा लौह और स्टील अनुसंधान एवं विकास केन्द्र (RDCIS), सेल के सहयोग सेहॉट रोल्ट स्टील स्ट्रिप्स के ऑन-लाइन सतही निरीक्षण के लिए प्रणाली विकसित की गई और बोकारो स्टील संयंत्र में चालू की गई।
केन्द्र सीएसआईआर-सीरी, पिलानी के साथ तालमेल करता है और “स्मार्ट प्रणालियों के लिए प्रौद्योगिकी विकास” पर सुप्रा संस्थागत परियोजना का हिस्सा है तथा फलों जैसे सेव और आम की छँटाई और श्रेणीकरण के लिए स्मार्ट प्रणाली, वास्तविक समय दृष्टि गुणवत्ता निरीक्षण और बिस्कुट की छँटाई के लिए स्मार्ट-कैमरा आधारित मशीन विजन सिस्टम, एक एकॉस्टो-ऑप्टिक ट्यूनेबल फिल्टर (AOTF) आधारित निकट अवरक्त स्पेक्ट्रोफोटोमीटर और थर्मो-एकॉस्टिक पॉवर जनरेशन का विकास किया।
.केन्द्र ने ‘सौर फोटोवोल्टिक ऊर्जा की लागत को कम करने के लिए उप-तरंग दैर्ध्य श्रेणीकरण पर आधारित गैर-ट्रैकिंग सौर सांद्रता’ के डिज़ाइन के लिए EMPOWER परियोजना पूरी की।
“रवा (सूजी) पैकेट में विदेशी वस्तुओं का ऑन-लाइन पता लगाने और एक्स-रे इमेजिंग प्रणाली के साथ एकीकरण के लिए इमेज प्रोसेसिंग तकनीक का विकास” पर प्रायोजित परियोजना
चरण-II के रूप में EMPOWER योजना के तहत,‘ऊर्जा और जैव-फोटोनिक्स अनुप्रयोगों (LaSEB) के लिए उप-तरंग दैर्ध्य नैनो श्रेणीकरण का बड़े पैमाने पर निर्माण’
“नाड़ी पारवहन समय और रक्त दबाव परिवर्तनशीलता का उपयोग करके तीव्र वास्तविक समय रक्त दबाव मापन और उच्च रक्तचाप प्रवृत्ति का निदान” पर सहायता अनुदान परियोजना
“दोहरी ऊर्जा एक्स-रे इमेजों का उपयोग करके स्कैन की गई वस्तुओं की परमाणु संख्या के आधार पर सामग्री विभेदन” पर सहयोगात्मक परियोजना
‘CW फोटो-मिक्सिंग और गैर-दखल पैकेज निरीक्षण के अवधारणा प्रदर्शन के प्रमाण के आधार पर सघन कम लागत वाली टेराहर्ट्ज़ इमेजिंग प्रणाली का विकास’ पर गैर-नेटवर्क परियोजना
“स्मार्ट इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रकाश व्यवस्था के साथ कुशल सिलिकॉन फोटोवोल्टिक - एक TAPSUN परियोजना”पर सीएसआईआर-सीरी की नेटवर्क परियोजना के तहत ‘ठोस स्थिति प्रकाश अनुप्रयोगों के लिए GaNआधारित उच्च चमक LEDs का विकास’पर गतिविधि
“भारतीय मुद्रा नोटों (FUTURE)के लिए बेहतर सुरक्षा सुविधाओं और सबस्ट्रेट्स के विकास के लिए बौद्धिक संपदा और क्षमताओं का निर्माण”पर नेटवर्क परियोजना
“UV सेंसर प्रौद्योगिकियों के आधार पर सुरक्षा और संचालन के लिए एकीकृत तकनीकी समाधानों का विकास”पर सीएसआईआर-एनएमआईटीएलआई परियोजना
“न्यू एज, आईटी आधारित मोड (EACH-IT) के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य प्रयासों का प्रभावी अनुप्रयोग” पर 12वीं पंचवर्षीय परियोजना के तहत “डिजिटल डेटा संग्रह के लिए मानकों और विशिष्टताओं का निरूपण”पर गतिविधि
“सौर वृक्ष का डिज़ाइन अनुकूलन” पर परामर्शी परियोजना
“एस्पिरिन के भौतिक और रासायनिक विश्लेषण ने माइक्रोस्कोपी, टेराहर्ट्ज़ और FTIR स्पेक्ट्रोस्कोपी का उपयोग करके टैबलेट निर्गमन में विलंब किया” पर परामर्शी परियोजना
“आयुर्वेदिक चिकित्सा के लिए हर्बल पौधों के प्रमाणीकरण के लिए कम्प्यूटर सहायता प्राप्त मशीन विजन सिस्टम का विकास”पर प्रायोजित परियोजना
“सौर फोटोवोल्टिक थर्मल (PVT) सह-पीढ़ी प्रणाली”पर सहयोगात्मक अनुसंधान परियोजना /p>
“हस्तगत दूध गुणवत्ता विश्लेषक” पर सीएसआईआर की फास्ट ट्रैक ट्रांसलेशनल (FTT) परियोजना
गैर-इमेजिंग ऑप्टिक्स आधारित कम सांद्रता वाले फोटोवोल्टिक थर्मल (LCPVT) हाइब्रिड सिस्टम।
“प्रभावी सौर से रासायनिक रूपांतरण के लिए संकेन्द्रित फोटोवोल्टिक (CPV) ने कृत्रिम फोटोसिन्थेटिक (AP) उपकरण की मदद की” पर इंडो-यूके संयुक्त परियोजना (डीएसटी और यूके इंडिया शिक्षा अनुसंधान की पहल)
एकीकृत फोटोवोल्टिक्स के निर्माण के लिए उच्च विषमता ग्रेटिंग आधारित प्लानर संकेन्द्रक का उपयोग करके ऊर्जा संरक्षण स्मार्ट विंडो
सहयोगात्मक परियोजनाएँ
स्वास्थ्य देखभाल गृह सहायता प्रणाली
प्रायोजित परियोजना
“सामान में महत्व वाली वस्तुओं का पता लगाना और इमेज प्रोसेसिंग का उपयोग करके खाद्य गुणवत्ता निरीक्षण एवं एकल व्यू एक्स-रे स्कैनर के लिए पैटर्न की पहचान करने की तकनीक तथा डुअल व्यू एक्स-रे स्कैनर के लिए निअर 3D इमेज विजुअलाइज़ेशन सॉफ्टवेयर का विकास” पर प्रायोजितपरियोजना
लक्ष्य परियोजनाएँ
सीएसआईआर कृत्रिम बुद्धिमत्ता मिशन कार्यक्रम के तहत वाहन चालकों और औद्योगिक श्रमिकों के लिए मानव थकान और दुर्बलता का पता लगाना
सीएसआईआर कृत्रिम बुद्धिमत्ता मिशन कार्यक्रम की “बुद्धिमत्तापूर्ण प्रणाली (IS) - बुद्धिमत्तापूर्ण प्रौद्योगिकियाँ और समाधान” के तहत AI आधारित स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली
एस एंड टी सेवाएँ
एस एंड टी सेवाएँ – विभिन्न स्व-वित्तपोषण, निजी और सरकारी संस्थानों के बीई/बी.टैक/एमसीए/ एमई/एम.टैक/एम.एससी के अंतिम वर्ष के लिए छात्र प्रशिक्षण कार्यक्रम
महत्वपूर्ण विकसित और हस्तांतरित प्रौद्योगिकियाँ
प्रारम्भिक अवधि के दौरान, केन्द्र ने कई निजी उद्योगों के साथ-साथ इन-हाउस और अनुदान सहायता निधि से बाहरी प्रायोजकता के तहत विभिन्न परामर्श और प्रायोजित परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया है और विकसित तकनीकी जानकारी को विभिन्न प्रक्रिया उद्योगों में स्थानांतरित किया। इन प्रयासों में, केन्द्र ने अंतिम उपयोगकर्ता उद्योगों के रूप में और विकसित प्रणालियों के क्षेत्र परीक्षणों का संचालन करने के लिए विभिन्न संबद्ध प्रक्रिया उद्योगों और लुगदी एवं कागज उद्योगों को शामिल किया है। व्यावसायीकरण के लिए विकसित प्रौद्योगिकियों को कई उद्यमियों को हस्तांतरित किया गया।
बाद की अवधि के दौरान, केन्द्र ने मशीन विजन प्रौद्योगिकियों, एनआईआर स्पेक्ट्रोस्कोपी प्रौद्योगिकियों और सौर ऊर्जा प्रौद्योगिकियों के विकास में तेजी लाई है। इन प्रयासों में, केन्द्र ने अंतिम उपयोगकर्ता उद्योगों के रूप में और विकसित प्रणालियों के क्षेत्र परीक्षण के लिए विभिन्न उद्योगों को शामिल किया है। व्यावसायीकरण के लिए विकसित प्रौद्योगिकियों को कई उद्यमियों को हस्तांतरित किया गया।
केन्द्र वर्षों से स्थापित उद्योग सहबद्धता का उपयोग करके व्यावसायीकरण के लिए इच्छुक उद्यमियों को विकसित प्रौद्योगिकियों के हस्तांतरण की दिशा में गम्भीर प्रयास कर रहा है। केन्द्र कई इच्छुक उद्यमियों के साथ बातचीत कर रहा है, जिसमें मुख्य रूप से एमएसएमई उद्योग शामिल हैं। ज्यादातर मामलों में, प्रौद्योगिकियों को प्रयोगशाला में उनके बुनियादी कार्यात्मक रूप में या उपयोगकर्ता उद्योगों में सीमित अवधि में क्षेत्र-परीक्षण के लिए प्रदर्शित किया गया है। इन प्रौद्योगिकियों में लागत को कम करने, विश्वसनीयता में सुधार और बेहतर विपणन के लिए अतिरिक्त सुविधाओं को जोड़ने के संदर्भ में और सुधार की आवश्यकता है। इसके लिए उद्यमियों को प्रौद्योगिकियों के हस्तांतरण की आवश्यकता है और बाजार की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्रौद्योगिकियों को बेहतर बनाने में उद्यमियों को सहायता प्रदान करना है।
इसके अलावा, कई उद्यमियों ने नियमित अंतराल पर केन्द्र का दौरा किया है ताकि उनकी आवश्यकताओं को पूरा करने वाली प्रौद्योगिकियों के चयन के लिए विकसित प्रौद्योगिकियों के प्रदर्शनों को देखा जा सके। तथ्य यह है कि पिछले डेढ़ दशक के दौरान, केन्द्र विभिन्न उद्यमियों को कई प्रकार की प्रौद्योगिकियों को समझाने और हस्तांतरित करने में सक्षम था, जो उद्योगों के साथ केन्द्र के बंधन को दर्शाता है। हाल ही में केन्द्र की सहायता से दो प्रौद्योगिकियों का व्यवसायीकरण किया गया है।
विकसित और हस्तांतरित/प्रक्रिया निर्गमित प्रौद्योगिकियाँ(2010-18)
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग:
- इलेक्ट्रॉनिक वजन आधारित फल छँटाई प्रणाली
प्लास्टिक उद्योग:
- प्लास्टिक के पाँच प्रकारों के लिए प्लास्टिक अपशिष्ट छँटाई प्रणाली
ऑटोमोबाइल उद्योग
- शरीर-क्रियात्मक मापदंडों का उपयोग करके मानव थकान का पता लगाने के लिए गणितीय मॉडल
सुरक्षा और निगरानी
- सामग्रीविभेदन के लिए दोहरी ऊर्जा एक्स-रे इमेज विश्लेषण तकनीक
स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा
- IoTसमर्थित सौर वृक्ष
स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली
- आयुर्वेदिक चिकित्सा के लिए हर्बल पौधों के प्रमाणीकरण के लिए कम्प्यूटर सहायता प्राप्त मशीन विजन सिस्टम
विकसित प्रौद्योगिकियाँ (2010-18)
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग
- फलों जैसे सेव, आम, आदि के श्रेणीकरण और छँटाई के लिए स्मार्ट प्रणाली
- वास्तविक समय निरीक्षण और बिस्कुट की छँटाई के लिए स्मार्ट-कैमरा आधारित मशीन विजन सिस्टम
- खाद्य तेल में मुक्त वसीय अम्ल (FFA) की NIRS आधारित ऑन-लाइन मॉनीटरिंग
- रवा पैकेटों में विदेशी वस्तुओं का ऑन-लाइन निरीक्षण और पता लगाने के लिए एक्स-रे इमेजिंग प्रणाली के लिए इमेज प्रोसेसिंग तकनीक
प्लास्टिक उद्योग
- कास्ट फिल्म के लिए ‘O’ स्कैनर के साथ इन्फ्रा-गेज
सामान्य यंत्रीकरण
- एकॉस्टो-ऑप्टिक ट्यूनेबल फिल्टर आधारित NIR स्पेक्ट्रोफोटोमीटर प्रणाली
वर्ष2010-18 की अवधि के दौरान व्यावसायीकरण की गई प्रौद्योगिकी
- मेसर्स स्टेफ्रेश, नवी मुम्बई को इलेक्ट्रॉनिक वजन आधारित फल छँटाई प्रणाली प्रौद्योगिकी हस्तांतरित की गई। वर्ष 2014 के दौरान लाइसेंसधारी ने एक इलेक्ट्रॉनिक वजन आधारित फल छँटाई प्रणालीनिर्मित की और श्री गजानन कोल्ड स्टोरेज एंड पैक हाउस,MSAMB, बीड, महाराष्ट्र को सौंपी।
- मेसर्स क्रिस्टलविजन इमेज सिस्टम्स प्रा. लि., पुणे, महाराष्ट्र को "सामग्री विभेदन के लिए दोहरी ऊर्जा एक्स-रे इमेज विश्लेषण तकनीक“ की तकनीकी जानकारी हस्तांतरित की गई। वर्ष 2017-18 के दौरान लाइसेंसधारी के द्वारा लगभग 24 स्कैनर बनाए गए और पूरे भारत में स्थापित किए।
Technologies Developed & Transferred/Process Released (2000-10)
लुगदी और कागज उद्योग (ऑन-लाइन प्रणाली)
- O-फ्रेमयंत्रीकरण
लुगदी और कागज उद्योग (ऑफ-लाइन प्रणाली)
- कागज निर्माण विश्लेषण
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग
- एक्स-रे इमेजिंग आधारित आम छँटाई प्रणाली
प्लास्टिक उद्योग
- सह-निष्कासित ब्लोन फिल्म के ऑन-लाइन मोटाई माप के लिए इन्फ्रागेज प्रणाली
- पॉलीइथिलीन टेराप्थेलेट (पीईटी) सामग्री के पुनर्चक्रण के लिए प्लास्टिक अपशिष्ट छँटाई प्रणाली
स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली
- हर्बल चिकित्सा पौधों के माइक्रोस्कोपिक निरीक्षण और प्रमाणीकरण के लिए कम्प्यूटर सहायता प्राप्त सॉफ्टवेयर
Technologies Developed (2000-10)
लुगदी और कागज उद्योग (ऑफ-लाइन प्रणाली)
- कागज गंदगी दाग विश्लेषक
लुगदी और कागज उद्योग (ऑन-लाइन प्रणाली)
- कोट वजन नियंत्रण के लिए‘O’ फ्रेम स्कैनर
- ऑन-लाइन फ्रीनेस टेस्टर
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग
- रबर रोल शेलर का स्वचालन
प्लास्टिक उद्योग
- कास्ट फिल्म के लिए ‘O’ फ्रेम के साथ इन्फ्रा-गेज
विकसित और हस्तांतरित प्रौद्योगिकियाँ (1990-2000)
लुगदी और कागज उद्योग (ऑफ-लाइन प्रणाली)
- नमी गेज
- GSM (ग्रामेज) गेज
लुगदी और कागज उद्योग (ऑन-लाइन प्रणाली)
- न्यून स्थिरता मॉनीटर
- स्टॉक स्थिरता मॉनीटर
- GSMएवं नमी के लिए ‘C’फ्रेम यंत्रीकरण
- GSM,नमी एवं मोटाई के लिए ‘O’ फ्रेम स्कैनर
- GSMएवं नमी के लिए ऑन-लाइन नियंत्रण
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग
- चीनी उद्योग के लिए चिपचिपापन ट्रांसमीटर
सामान्य यंत्रीकरण
- प्रोग्राम योग्य नियंत्रक
विकसित प्रौद्योगिकियाँ (1990-2000)
लुगदी और कागज उद्योग (ऑफ-लाइन प्रणाली)
- चमक/रंग परीक्षक
- तन्य शक्ति परीक्षक
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग
- ऑन-लाइन ब्रिक्स मीटर
चमड़ा उद्योग
- TANMATE – चमड़ा चर्म शोधन स्वचालन प्रणाली
विकसित और हस्तांतरित प्रौद्योगिकियाँ (1974-1990)
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग
- वाइब्रोटोन – प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से भरे हुए डिब्बों का वैक्यूम परीक्षण (वर्ष 1983में NRDC स्वतंत्रता दिवस आविष्कार पुरस्कार)
रासायनिक उद्योग
- ऑटोबास – बैटरी विभाजक का परीक्षण
- डिजिटल संक्षारण मॉनीटर
चमड़ा उद्योग
- प्रिन्टर सुविधा के साथ चमड़ा क्षेत्र मापने की मशीन
लाइसेंस के लिए उपलब्ध प्रौद्योगिकियाँ
स्वच्छ भारत |
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मेक इन इंडिया |
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भारत में नवाचार |
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स्वस्थ भारत |
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स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा |
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स्वच्छ भारत |
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रोजमर्रा की जिंदगी में प्लास्टिक का उपयोग बढ़ रहा है। अनुपचारित प्लास्टिक कचरा पर्यावरण, पारिस्थितिकी और सार्वजनिक स्वास्थ्य को भारी नुकसान पहुँचा रहा है। इस प्रकार, प्रयुक्त प्लास्टिक का पुनर्चक्रण महत्व प्राप्त कर रहा है और एक महान प्रौद्योगिकीय और सामाजिक विषय बन गया है। वर्तमान में भारत में, अधिकांश प्लास्टिक कचरे को मैनुअल रूप से वर्गीकृत किया जा रहा है और बहुत कम मूल्य के कच्चे माल में पुनर्नवीनीकरण किया जा रहा है। मैनुअल प्रक्रिया अस्वास्थ्यकर है तथा व्यक्तिपरक और मैनुअल त्रुटियों के लिए प्रवण है। समस्या के महत्व को महसूस करते हुए, एक निकटवर्ती इन्फ्रारेड (NIR) स्पेक्ट्रोस्कोपी आधारित प्लास्टिक अपशिष्ट छँटाई प्रणाली विकसित की गई है।
प्रणाली पाँच प्रकार के प्लास्टिक अर्थात् पॉली-इथीलीन-टेराप्थलेट (PET), पॉली-प्रोपिलीन (PP), पॉली-विनिल-क्लोराइड (PVC), पॉली-स्टिरीन (PS) और पॉली-इथीलीन (PE) को एक कन्वेयर में ले जाकर प्लास्टिक अपशिष्ट की छँटाई करती है। प्रणाली कुशल पुनर्चक्रण के लिए अलग-अलग मूल्य वर्धित बहुलक अंशों में अपशिष्ट प्लास्टिक को अलग करने के लिए उपयोगी है। पुनर्चक्रम के लिए ठोस प्लास्टिक अपशिष्ट के आसान प्रबंधन में सहायता देना। प्रयोगशाला प्रोटोटाइप विकसित और प्रदर्शित किए गए। व्यावसायीकरण के लिए प्रौद्योगिकी को दो उद्यमियों को हस्तांतरित किया गया है।
मुख्य तकनीकी विशेषताएँ
- निकटवर्ती अवरक्त स्पेक्ट्रोस्कोपी और केमोमेट्रिक तकनीक पर आधारित
- वास्तवित समय, गैर-विध्वंसकारी और अपशिष्ट प्लास्टिक की तीव्र छँटाई
- कन्वेयर में ले जाकर प्लास्टिक की छँटाई
- प्लास्टिक के पाँच प्रकार अर्थात् पॉली-इथीलीन-टेराप्थलेट (PET), पॉली-प्रोपिलीन (PP), पॉली-विनिल-क्लोराइड (PVC), पॉली-स्टिरीन (PS) और पॉली-इथीलीन (PE) की छँटाई
- प्लास्टिक का सटीक वर्गीकरण (PET सामग्री के लिए करीब 100%)
- प्रति मिनट में लगभग 100 प्लास्टिक सामग्रियों अथवा प्रतिदिन लगभग 4 टन प्लास्टिक को छाँटने की क्षमता
- दूरवर्ती, सुरक्षित संचालन और मॉनीटरिंग के लिए वायरलेस इंटरफेस के साथ एम्बेडेड हार्डवेयर
- स्वचालित, खुले स्रोत हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का उपयोग करके कम लागत प्रणाली
- उपयोगकर्ता अनुकूल ग्राफिकल यूजर इंटरफेस
प्रतिस्पर्धी सुविधाएँ
- स्वचालित, प्लास्टिक के 5 प्रकारों की ऑन-लाइन छँटाई
- कम लागत वाले एम्बेडेड हार्डवेयर और खुले स्रोत सॉफ्टवेयर पर कार्यान्वित
आम बड़े वार्षिक उत्पादन के साथ भारत के सबसे महत्वपूर्ण फलों में से एक है।हालाँकि, दुनिया के निर्यात बाजार में भारत की हिस्सेदारी बहुत महत्वपूर्ण नहीं है। इसका एक प्रमुख कारण आम की गुणवत्ता विशेषकर आंतरिक गुणवत्ता सुनिश्चित करने में हमारी अक्षमता है। कुछ भारतीय आम की किस्में जैसे अल्फोंसो, तोतापुरी और नीलम शरीर-क्रियात्मक विकारों जैसे स्पंजी ऊतक और बीज घुन से ग्रस्त हैं जो आंतरिक और निर्यात बाजार के लिए उनकी स्वीकार्यता को प्रभावित करते हैं। इस प्रकार आंतरिक दोषों के लिए आमों के निरीक्षण से आम के निर्यात में सुधार के साथ-साथ आंतरिक बाजार को बेहतर गुणवत्ता वाले आम प्रदान करने की काफी संभावनाएँ हैं। इसे ध्यान में रखते हुए, एक्स-रे इमेजिंग आधारित आम छँटाई प्रणाली विकसित की गई थी। प्रणाली आंतरिक दोषों जैसे बीज घुन और स्पंजी ऊतक पर आधारित आमों की छँटाई करती है।
प्रयोगशाला के प्रोटोटाइप को विभिन्न हितधारकों के लिए विकसित और प्रदर्शित किया गया है। यह प्रणाली आंतरिक दोषों जैसे बीज घुन पर्याक्रमण और स्पंजी ऊतक पर आधारित आम की छँटाई विशेषकर निर्यात किस्मों हेतु आम उत्पादकों, प्रसंस्करण उद्योगों, व्यापारियों और निर्यातकों के लिए उपयोगी है।प्रौद्योगिकी का उपयोग अन्य फलों के लिए भी उपयुक्त संशोधनों के साथ किया जा सकता है। व्यावसायीकरण के लिए प्रौद्योगिकी को एक कंपनी को हस्तांतरित किया गया है।
अन्य तकनीकी विशेषताएँ
- आमों की निरंतर स्कैनिंग के लिए नियोजित एक्स-रे इमेजिंग प्रणाली
- आम की छँटाईजमाव के साथ एकीकृत
- आम का पता लगाने और छँटाई नियंत्रण के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया हार्डवेयर
- इमेज कैप्चर, इमेज प्रोसेसिंग, विश्लेषण और छँटाई के लिए समर्पित सॉफ्टवेयर मॉड्यूल्स
- आमों की छँटाई के लिए नियोजित इमेज प्रोसेसिंग विधि
- दोषों का पता लगाने के लिए इमेज बनावट विश्लेषण और विशेष सुविधाएँ निष्कर्षण
- अंशांकन और स्कैन सेटिंग्स के लिए उपयोगकर्ता परस्पर संवादात्मक मेनू संचालित सॉफ्टवेयर
प्रतिस्पर्धी सुविधाएँ
- वास्तविक समय स्वचालित प्रणाली
- आमों की कटाई के बाद विशेष रूप से निर्यात किस्मों की छँटाई
- गैर-विध्वंसकारी एक्स-रे इमेजिंग तकनीक
- कोई स्वास्थ्य खतरा नहीं – खपत के लिए सुरक्षित
भारत फलों जैसे आम, संतरा, सेव इत्यादि का सबसे बड़ा उत्पादक है। इन फलों को उनके वजन के संबंध में छाँटने से उनमें श्रेणीकरण और नुकसान से बचने के लिए उन्हें सुरक्षित रूप से पैक करने की काफी संभावनाएँ हैं, जो उनके निर्यात को बेहतर बनाने के साथ-साथ ग्राहकों को बेहतर संतुष्टि प्रदान करेगा। इसे ध्यान में रखते हुए, एक इलेक्ट्रॉनिक वजन आधारित फल छँटाई प्रणाली विकसित की गई थी। प्रणाली फलों जैसे आम, साइट्रस को इलेक्ट्रॉनिक वजन व्यवस्था का उपयोग करके उनके वजन के आधार कई श्रेणियों में छँटाई करती है। यह फल प्रसंस्करण उद्योग, विशेष रूप से फलों की पैकिंग के लिए उपयोगी होगी। प्रयोगशाला प्रणाली विकसित और प्रदर्शित की गई। प्रौद्योगिकी को एक कम्पनी में हस्तांतरित किया गया। लाइसेंसधारी के द्वारा व्यावसायिक प्रणाली निर्मित की गई और श्री गजानन कोल्ड स्टोरेज और पैक हाउस,C/o.महाराष्ट्र राज्य कृषि विपणन बोर्ड (MSAMB), M.I.D.C.,बीड, महाराष्ट्र को हस्तांतरित की गई।
अन्य तकनीकी विशेषताएँ
- कप कन्वेयर सिस्टम पर घूमते हुए फलों को विशेष रूप से माउंटेड लोड सेल का उपयोग करके गतिशील रूप से तौला जाता है तथा उपयोगकर्ता द्वारा निर्दिष्ट वजन श्रेणियों के अनुसार अलग-अलग ग्रेड में क्रमबद्ध किया जाता है।
- रेंज: 10 to 4000 gm.
- परिशुद्धता: ± 7.5 gm of full range
- छँटाई स्टेशनों की संख्या 4 या 5, एक्टेन्डेबल
- प्रवाह क्षमता: 2 to 3 fruits/sec
मुक्त वसीय अम्ल (FFA) की सामग्री वनस्पति तेलों में एक महत्वपूर्ण गुणवत्ता कारक का प्रतिनिधित्व करती है।सीएसआईआर-सीरी चेन्नै केन्द्र ने सूरजमुखी तेल में FFA के तात्कालिक और ऑन-लाइन अनुमान के लिए एक प्रणाली विकसित की है।प्रणालीनिकटवर्ती अवरक्त स्पेक्ट्रोस्कोपी (NIRS) और बहुचर विश्लेषण का उपयोग करती है। NIRS विधि सूरजमुखी तेल में FFA सामग्री के आकलन के लिए गैर-विध्वंसकारी, तात्कालिक, लागत प्रभावी और सटीक है। मेसर्स कलीसुवरी रिफाइनरी प्राइवेट लिमिटेड, चेन्नै की रिफाइनरी में एक महीने से अधिक समय तक इस प्रणाली का संतोषजनक परीक्षण किया गया।
विशेषताएँ
- पीसी आधारित प्रणाली एक डायोड एरे स्पेक्ट्रोमीटर और बाइ-पास लाइन पर उपयुक्त प्रवाह सेल के साथ इंटरफेस करती है।
- प्रणाली पैकेजिंग / भंडारण से पहले तेल निष्कर्षण / रिफाइनरी प्रक्रिया के अंत में सूरजमुखी तेल में ऑन-लाइन मॉनीटरिंग और FFA सामग्री की माप के लिए बनाई गई है।10-12 टन प्रति घंटे की प्रवाह दर पर परीक्षण किया गया।
- FFA के उच्च (5-10%) और निम्न मान (<1%) दोनों को मापने के लिए अनुकूल है।
- परीक्षण प्रणाली की परिशुद्धता ± 0.02 % FFA है।
- निम्नलिखित विशेषताओं के साथ उपयोगकर्ता अनुकूल आलेखी प्रयोक्ता अंतरापृष्ठ (GUI)
- लाइव डेटा प्रदर्शन
- डेटा-लॉगिंग
- बार चार्ट्स
- रिपोर्ट निर्माण
- आलेखी प्रयोक्ता अंतरापृष्ठ विभिन्न एक्सेस स्तर (प्रशासन, रसायनज्ञ और उपयोगकर्ता) प्रदान करता है।
- उत्पादन को प्रभावित किए बिना न्यूनतम परिवर्तन के साथ प्रक्रिया लाइन पर प्रणाली को आसानी से एकीकृत किया जा सकता है।
- उपयुक्त प्रक्रियाओं और उचित अंशांकन प्रक्रियाओं द्वारा विभिन्न प्रक्रिया चरणों और प्रवाह दरों में विभिन्न FFA रेंजों के अन्य खाद्य तेलों के लिए अनुकूल।
प्रणाली के लाभ
- नमूने और रसायनों के अपव्यय के बिना मापन तात्कालिक / ऑन-लाइन हैं।
- विश्लेषण नमूनों के कैप्चर किए गए वर्णक्रमीय हस्ताक्षरों और निम्नलिखित पर किया जाता है
- मानव प्रेरित त्रुटियों को कम करता है
- परिणामस्वरूप ऊर्जा में कमी होती है
- परिणाम प्रक्रिया को अनुकूलित करने और उत्पाद की एक समान गुणवत्ता को बढ़ाने में उपयोग किया जा सकता है।
- प्रणाली को संचालित करना आसान है और इसके लिए प्रशिक्षित कर्मियों की आवश्यकता नहीं है।
- अच्छे वापसी मूल्य के साथ अर्थक्षम कीमत
- उत्पादन पर बहुत कम वृद्धि संबंधी लागत जोड़ता है।
विकसित सिस्टम आयामों और रंग (बेकिंग स्तर) के आधार पर एक कन्वेयर पर घूमते हुए बिस्कुट का निरीक्षण और छँटाई करता है।रंग और आयामों का मापन बेकरी उत्पादों की गुणवत्ता नियंत्रण के लिए उपयोगी है।बेकिंग ओवन मापदंडों के इष्टतम सेटिंग में बिस्कुट के रंग का मापन उपयोगी है।आयामों का मापन क्षतिग्रस्त, गलत आकार वाली और अधिक / कम आकार के बिस्कुट को हटाने में उपयोगी है।हितधारकों के लिए प्रयोगशाला सिस्टम विकसित और प्रदर्शित किया गया है।इसी तरह की प्रणाली वर्तमान में देश में उपलब्ध नहीं हैं।विकसित देशों के कुछ ही अंतर्राष्ट्रीय आपूर्तिकर्ता इस उद्योग की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं।विकसित तकनीक को हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर में उपयुक्त संशोधनों के साथ अन्य बेकरी उत्पादों जैसे बन्स, स्क्वायर / सर्कुलर बिस्कुट, आदि की छँटाई की क्षमता मिली है।
प्रतिस्पर्धीविशेषताओंसहितमुख्यतकनीकीविशेषताएँ
- बिस्कुट की ऑन-लाइन गुणवत्ता निरीक्षण
- बिस्कुट के रंग (कम, सामान्य और अधिक पका हुआ के मामले में बेकिंग स्तर) का मापन
- बिस्कुट के आयामों (लम्बाई और चौड़ाई) का मापन
- अधिकतम 6 मीटर/मिनट की गति से कन्वेयर पर घूमते हुए बिस्कुट के रंग और आयामों का मापन
- रंग और आयाम के आधार पर बिस्कुट की छँटाई के लिए स्मार्ट कैमरा आधारित एम्बेडेड प्रणाली
- स्मार्ट कैमरा इमेज अधिग्रहण और प्रोसेसिंग के लिए DSP बोर्ड और कैमरा को अंत:स्थापित करता है।
- स्वचालित बिस्कुट रंग वर्गीकरण के लिए कृत्रिम न्यूरल नेटवर्क के आधार पर विशेषज्ञ निर्णय समर्थन प्रणाली
- कम / अधिक पके हुए बिस्कुट का पता लगाना और अस्वीकरण
- आयामी सहिष्णुताओं को पूरा नहीं करने वाले बिस्कुट का अस्वीकरण
- एकीकृत मॉनीटरिंग के लिए एक पर्यवेक्षी कम्प्यूटर प्रणाली।
थकान वाहन चालकों के लिए गम्भीर परिणाम के साथ एक समस्या है और भारत में सड़क दुर्घटनाओं के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण कारणों में से एक है।ऑटोमोबाइल वाहन चालकों के लिए थकान का पता लगाने के मौजूदा प्रयासों ने कई तकनीकों जैसे जैसे पलक आवृत्ति का पता लगाना, आसन / प्रवृत्ति विश्लेषण, पथ परिवर्तन आदिको नियोजित किया है। हालाँकि, अलग-अलग प्रकाश की स्थिति और अंतर्निहित व्यक्ति से व्यक्ति भिन्नता के कारण इन तरीकों की विश्वसनीयता बहुत अधिक नहीं है।इसके अलावा, विभिन्न सड़क यातायात और वाहन चालन स्थितियाँ भारतीय परिदृश्य में इन विधियों को कम सटीक बनाती हैं।इन तकनीकों की तुलना में, कैप्चर किए गए ECG संकेतों से प्राप्त शरीर-क्रियात्मक उपाय वाहन चालक की थकान का अधिक सटीक आकलन देते हैं।
सीएसआईआर-सीरीने थकान के संभावित संकेतक के रूप मेंह्दय गति परिवर्तनशीलता (HRV) का उपयोग करते हुए एक एल्गोरिथ्म विकसित की है।HRV में परिवर्तन, विशेष रूप से कम आवृत्ति से उच्च आवृत्ति अनुपात (LF/HF अनुपात) की मात्रा निर्धारित की जाती है और थकान स्तर भिन्नता के साथ सफल सहसंबंध स्थापित किया गया है।अनुकूलित हार्डवेयर (एकीकृत ECG, PPG सेंसर और स्मार्ट कैमरा) और उन्नत मशीन लर्निंग एल्गोरिथ्म विकसित की जा रही हैं, जो वाहनों में गैर-हस्तक्षेप और सटीक थकान एवं उनींदापन का पता लगाने तथा बेहतर सड़क सुरक्षा के लिए शुरुआती चेतावनी प्रणालियों में आसानी से उपयोग में लाई जा सकती हैं।
मुख्यविशेषताएँ
- ह्दय गति परिवर्तनशीलता से उत्पन्न थकान
- कम्प्यूटर प्रोग्राम वास्तविक समय में ECG संकेतों का विश्लेषण करता है और नाड़ी दर एवं हृदय गति परिवर्तनशीलता की गणना करता है तथा मापदंडLF / HF अनुपात देता है जो थकान से सहसम्बद्ध है।
प्रायोजक मेसर्स टेरेसो वेन्चर्स प्रा. लि., पुणे को तकनीकी जानकारी हस्तांतरित की गई।
परमाणु संख्या और घनत्व मूल्यों के आधार पर यात्री सामान बैग में सामग्री प्रकारों (अर्थात् कार्बनिक, अकार्बनिक और धातु) को पृथक करने और पहचान करने के लिए दोहरी ऊर्जा एक्स-रे इमेजिंग आधारित सामग्री विभेदन तकनीक विकसित की गई थी।एक्स-रे बैगेज निरीक्षण प्रणाली (XBIS) के साथ एकीकृत विकसित तकनीक को पार्सल के अंदर मौजूद सामग्री और पदार्थों की पहचान करने हेतु यात्री सामान निरीक्षण के लिए हवाई अड्डों, शॉपिंग मॉल, कॉर्पोरेट भवनों, होटलों और रेलवे स्टेशनों आदि में उपयोग किया जा सकता है।XBIS स्कैनिंग प्रक्रिया के व्यापक लाभों को अत्याधुनिक इमेज प्रोसेसिंग के साथ जोड़ती है।
मुख्यतकनीकीविशेषताएँ
- दोहरी ऊर्जा इमेज संलयन
- स्कैन की गई भौतिक वस्तुओं की परमाणु संख्या और घनत्व का निर्धारण
- परमाणु संख्या के आधार पर, भौतिक वस्तुओं को लेबल किया जाता है और उन्हें अलग-अलग श्रेणियों अर्थात् कार्बनिक, अकार्बनिक और धातुके अंतर्गत 3-रंग और 6-रंग सामग्री विभेदन इमेजों के रूप में प्रदर्शित किया जाता है।
- इमेज प्रोसेसिंग फंक्शंस जैसे इमेज लोडिंग, इमेज संलयन, 3-रंग इमेज, 6-रंग इमेज, घनत्व इमेज, कार्बनिक स्ट्रिपिंग, अकार्बनिक स्ट्रिपिंग और धातु का पता लगाने के लिए अलग बटन दिए गए हैं।
- विभिन्न सामग्री प्रकारों से संबंधित समान मोटाई की दो समान सामग्रियों को अलग किया जा सकता है।
- घनत्व इमेज का प्रदर्शन
- उच्च घनत्व क्षेत्रीय अलार्म (रेड अलर्ट)
- DLLलाइब्रेरी के रूप में एल्गोरिथ्म कार्यान्वयन
- हार्डवेयर सुरक्षा ने एक्स-रे सॉफ्टवेयर को सक्षम किया
लाभ
- यह प्रौद्योगिकी उद्योग सहयोगी मेसर्सक्रिस्टलविजन को अपने एक्स-रे बैगेज स्कैनिंग मशीन को अतिरिक्त सुविधाओं और लागत लाभों के साथ व्यावसायीकरण के अगले स्तर तक उन्नत करने में सक्षम बनाती है।
- इसके सुरक्षा और निगरानी आधारित दोहरी ऊर्जा वाले एक्स-रे स्कैनिंग प्रणाली में व्यापक अनुप्रयोग हैं।
मेसर्स क्रिस्टलविजन इमेस सिस्टम्स प्रा. लि., पुणे, महाराष्ट्र को तकनीकी जानकारी हस्तांतरित की गई। वर्ष 2017-18 के दौरान लाइसेंसधारी के द्वारा लगभग 24 स्कैनर बनाए गए और पूरे भारत में स्थापित किए।
पुरस्कार
- वर्ष 1983 में डिब्बाबंद खाद्य उत्पादों के लिए गैर-विनाशकारी वैक्यूम माप प्रणाली के विकास के लिए आविष्कार संवर्धन बोर्ड पुरस्कार (VIBROTON)
- सीएसआईआर-सीरी चेन्नै केन्द्र ने बहुलक अपशिष्ट प्रबंधन और पुनर्चक्रण प्रौद्योगिकी तथा शैक्षिक और अनुसंधान एवं विकास संस्थान की उप-श्रेणी में में नवाचार की श्रेणी में "निकटवर्ती अवरक्त स्पेक्ट्रोस्कोपी के माध्यम से उपभोक्ता प्लास्टिक समूहों की ऑन-लाइन छँटाई" के नवीनीकरण के लिए रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय, भारत सरकार से प्रौद्योगिकी नवाचार2012-13 के लिए तीसरे राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए द्वितीय पुरस्कार जीता। डॉ. चंद्र शेखर, निदेशक, सीएसआईआर-सीरी ने श्री श्रीकांत कुमार जेना, माननीय रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार); सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन, भारत सरकार से पुरस्कार और प्रशस्ति-पत्र प्राप्त किया।
- डॉ. बाला सुब्रहमण्यम पेसला, वरिष्ठ वैज्ञानिक ने अभियांत्रिकी विज्ञान में सीएसआईआर युवा वैज्ञानिक पुरस्कार 2016 प्राप्त किया।