प्रेरण मोटर्स को सभी मोटर्स के बीच विद्युत ऊर्जा का सबसे बड़ा उपयोगकर्ता माना जाता है। उनका उपयोग वाणिज्यिक और औद्योगिक अनुप्रयोगों की एक विस्तृत श्रृंखला में किया जाता है, जिनमें पंखे, कम्प्रेसर, पम्प, कन्वेयर, वाइन्डर, मिल, परिवहन, लिफ्ट, घरेलू उपकरण और कार्यालय उपकरण शामिल हैं। संयंत्र की कुल खपत में मोटर की ऊर्जा खपत लगभग 50 से 60% है। इसलिए ऊर्जा के संरक्षण के लिए बहुत कुशलता से मोटर्स को संचालित करना आवश्यक है।
सीएसआईआर-सीएसआईओ ने क्षेत्र में प्रेरण मोटर्स की दक्षता का आकलन करने के लिए वर्तमान हस्ताक्षर तकनीकों का उपयोग करके प्रेरण मोटर दक्षता मॉनीटरिंग प्रणाली (आईएमईएमएस) विकसित की है। इस प्रणाली का विभिन्न उद्योगों जैसे रामको सीमेन्ट्स, बीचएईएल, मेट्रो जल आदि में परीक्षण किया गया।
सीएसआईओ चेन्नै केन्द्र ने जो कुछ भी विकसित किया है, हम उन उपकरणों से वास्तव में रोमांचित थे, जो क्षेत्र अभियंताओं को ऑपरेशन के दौरान मोटर की दक्षता तक पहुँचने का अवसर प्रदान करता है।
इस आईएमईएमएस उपकरण की स्थापना करने के बाद यह पाया गया कि यह डेटा की बारीकी से मॉनीटरिंग और विश्लेषण करता है तथा समय पर प्रतिस्थापन जैसी सुधारात्मक कार्रवाई करता है जिससे मोटर अधिक प्रभावी ढंग से चलती है।
हम सराहना करते हैं कि आईएमईएमएस प्रणाली उपयोगकर्ता के बहुत अनुकूल है, अध्ययन के तहत मोटर को आईएमईएमएस इकाई से जोड़ना आसान है, इस प्रणाली में सघनता है तथा अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि अध्ययन के तहत मोटर को लोड / पम्प से अलग करने की आवश्यकता नहीं होती है।
मेसर्स आईसीडी, चेन्नै और मेसर्स बीटा टेक्नोलॉजीस, कोयम्बटूर को प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण किया गया।
उत्पाद के दो प्रकार हैं:
आईएमईएमएस मोटरों की परिचानल दक्षता निर्धारित करता है।