परमाणु संख्या और घनत्व मूल्यों के आधार पर यात्री सामान बैग में सामग्री प्रकारों (अर्थात् कार्बनिक, अकार्बनिक और धातु) को पृथक करने और पहचान करने के लिए दोहरी ऊर्जा एक्स-रे इमेजिंग आधारित सामग्री विभेदन तकनीक विकसित की गई थी।एक्स-रे बैगेज निरीक्षण प्रणाली (XBIS) के साथ एकीकृत विकसित तकनीक को पार्सल के अंदर मौजूद सामग्री और पदार्थों की पहचान करने हेतु यात्री सामान निरीक्षण के लिए हवाई अड्डों, शॉपिंग मॉल, कॉर्पोरेट भवनों, होटलों और रेलवे स्टेशनों आदि में उपयोग किया जा सकता है।XBIS स्कैनिंग प्रक्रिया के व्यापक लाभों को अत्याधुनिक इमेज प्रोसेसिंग के साथ जोड़ती है।
मुख्यतकनीकीविशेषताएँ
- दोहरी ऊर्जा इमेज संलयन
- स्कैन की गई भौतिक वस्तुओं की परमाणु संख्या और घनत्व का निर्धारण
- परमाणु संख्या के आधार पर, भौतिक वस्तुओं को लेबल किया जाता है और उन्हें अलग-अलग श्रेणियों अर्थात् कार्बनिक, अकार्बनिक और धातुके अंतर्गत 3-रंग और 6-रंग सामग्री विभेदन इमेजों के रूप में प्रदर्शित किया जाता है।
- इमेज प्रोसेसिंग फंक्शंस जैसे इमेज लोडिंग, इमेज संलयन, 3-रंग इमेज, 6-रंग इमेज, घनत्व इमेज, कार्बनिक स्ट्रिपिंग, अकार्बनिक स्ट्रिपिंग और धातु का पता लगाने के लिए अलग बटन दिए गए हैं।
- विभिन्न सामग्री प्रकारों से संबंधित समान मोटाई की दो समान सामग्रियों को अलग किया जा सकता है।
- घनत्व इमेज का प्रदर्शन
- उच्च घनत्व क्षेत्रीय अलार्म (रेड अलर्ट)
- DLLलाइब्रेरी के रूप में एल्गोरिथ्म कार्यान्वयन
- हार्डवेयर सुरक्षा ने एक्स-रे सॉफ्टवेयर को सक्षम किया
लाभ
- यह प्रौद्योगिकी उद्योग सहयोगी मेसर्सक्रिस्टलविजन को अपने एक्स-रे बैगेज स्कैनिंग मशीन को अतिरिक्त सुविधाओं और लागत लाभों के साथ व्यावसायीकरण के अगले स्तर तक उन्नत करने में सक्षम बनाती है।
- इसके सुरक्षा और निगरानी आधारित दोहरी ऊर्जा वाले एक्स-रे स्कैनिंग प्रणाली में व्यापक अनुप्रयोग हैं।
मेसर्स क्रिस्टलविजन इमेस सिस्टम्स प्रा. लि., पुणे, महाराष्ट्र को तकनीकी जानकारी हस्तांतरित की गई। वर्ष 2017-18 के दौरान लाइसेंसधारी के द्वारा लगभग 24 स्कैनर बनाए गए और पूरे भारत में स्थापित किए।